CONCOR

एक नवरत्‍न कंपनी
Container Corporation India Ltd.
लॉजिस्टिक्स की बात, कॉनकॉर के साथ
 
एयर कार्गो प्रभाग

एल.सी.एल. समेकन

एल.सी.एल. समेकन की प्रक्रिया में एक इनलैंड कंटेनर डिपो से नामित ‘हब’ टर्मिनल को सीमाशुल्क सील के तहत कंटेनर भार से कम कार्गो का परिवहन शामिल है जिसमें अधिकांशत: डोमेस्टिक कंटेनर का प्रयोग होता है। नामित हब टर्मिनल पर सीलबंद कंटेनरों को खोला जाता है और गंतव्य आधार पर कार्गो की रिवर्किंग इस तरह से की जाती है जिससे सीमाशुल्क विभाग को दोबारा जांच न करनी पडे। भारतीय सीमाशुल्क ने वर्ष 2000 में कुछ नामित ‘हब’ टर्मिनलों पर जोकि अधिकांशत: पत्तन शहरों में स्थित हैं, एल.सी.एल बॉक्सों की रिकार्डिंग की अनुमति दे दी थी। इससे देश में एल.सी.एल समेकन के व्यवसाय में पहले ही अत्यधिक वर्द्धि हो चुकी है। विभिन्न आई.सी.डी. सीमाशुल्क अनुमति प्राप्त कार्गो का निर्यात एल.सी.एल समेकन के साथ-साथ प्राय: स्थानीय आधार पर एल.सी.एल कार्गो के समेकन से कार्गो के त्वरित निकासी सुनिश्चित होती है और कार्गो के मूल स्थान से लेकर गंतव्य स्थान के बीच द्वार से द्वार तक परिवहन समय में कमी आती है। एल.सी.एल हब परिवहन के घटे हुए परिवहन समय से शिपर्स को अपने एल.सी.एल कंसाईनमेंट को और अधिक जल्दी तथा अत्यधिक किफायती सामुद्रिक दरों पर भेजने का अवसर मिलता है। भारत के नामित हब स्टेशनों पर ऐसे कार्गो की रिवर्किंग के कारण यू.एस.ए., यूरोप, अफ्रीका, गल्फ आदि को मुबंई/चैन्नई ट्रांसशिपमेंट हबों के माध्यम से सीधे ही गंतव्य को उपलब्धता मिल जाती है। इससे एल.सी.एल परिवहन हेतु सामुद्रिक परिवहन में भी कमी आती है अन्यथा सिंगापुर या कोलंबों जैसे स्थानों पर और अधिक खर्चीली ट्रांसशिपमेंट का सामना करना पडता। कॉनकॉर वर्तमान में विभिन्न स्थानों यथा आगरा, मुरादाबाद, कानपुर, ढंढारीकला (लुधियाना), व्हाईटफील्ड (बैंगलोर), टोंडियारपेट (चैन्नई), सनतनगर(सिकंदराबाद), साबरमती (अहमदाबाद), नागपुर, औरंगाबाद, मुलुंड (मुबंई) और पीतमपुर (इंदौर) से एल.सी.एल समेकन की सुविधाएं प्रदान करता है।

कॉनकॉर की टोंडियारपेट (चैन्नई) और मुलुंड पूर्व मुबंई स्थित आई.सी.डी. को ट्रांसशिपमेंट के लिए ‘हब’ के रूप में नामित किया गया है। इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में मुबंई के द्रोणागिरी नोड स्थित मर्स्क, सी.डब्ल्यू.सी के सी.एफ.एस से हब स्टेशन से अत: प्रदेश के टर्मिनलों के बीच कार्गो ढोया जाता है। जबकि एल.सी.एल समेकित कार्गो का अधिकांश परिवहन सडक मार्ग पर आधारित है, लंबी दूरी के मामले में, कॉनकॉर ने मुबंई तक कंटेनरों की ढुलाई रेलमार्ग से करने और स्थानीय आधार पर सडक मार्ग से उस कार्गो को पुन: समेकन हेतु द्रोणागिरी नोड पर पुन: संयोजित करने का भी प्रबंध किया है।

  • गेटवे पत्तनों पर स्थित सी.एफ.एस/टर्मिनलों पर पुन: समेकन करने के बाद गेटवे पत्तनों से समुद्री जहाज के चलने से जुडाव को सुनिश्चित करने हेत्य अधिकांश सेवाएं निर्धारित सडक मार्ग की समय-सारणी पर चलती है।
  • इस प्रकार के कार्गो को या तो बंद बॉडी के ट्रक में अथवा डोमेस्टिक कंटेनर में ढोया जाता है। कुछ फारवार्डस इस कार्गो को अपने स्वयं के कंटेनरों में ढोते हैं।
  • कॉनकॉर ने अपने विद्यमान भंडारगारों में समेकन और कार्गो को अलग-अलग करने हेतु अलग से स्थान का निर्धारण किया है तथा नए विकसित किए जा रहे भंडारगारों में भी ऐसा करने की योजना है।
  • कॉनकॉर भारत में जैसे कि सी.एफ.एस, मुलुंद/सी.एफ.एस, द्रोणागिरी, सी.एफ.एस/टोंडियारपेंट ‘हबों’ (रिवर्किंग हेतु स्थानों) तक कार्गो की ढुलाई हेतु कस्टोडियन के रूप में कार्य करता है। इन सभी ‘हबों’ पर समेकन करने वाला शिपिंग बिलों को दोनों प्रतियों को सीमाशुल्क को सक्षम अधिकारी को प्रस्तुत करता है जो इन दस्तावेजों के असली होने का सत्यापन करता है और सील के चिन्हों एवं अंकों की जांच करता है जो ट्रक/कंटेनरों के साथ-साथ दस्तावेजों में लिखे गए हैं। कॉनकॉर ने पहले ही विभिन्न आई.सी.डी. से हब को आने-जाने के लिए परिवहन बांड का निष्पादन कर रखा है।
  • निर्यात के लिए कार्गो - परिक्षण आदि से संबंधित सभी सीमाशुल्क प्रक्रियाओं को कार्गो की ढुलाई से पूर्व पूरा किया जाता है। शिपर्स को इनवायस की प्रति और प्रत्येक शिपिंग बिल के पैकिंग लिस्ट की प्रति समेकन टर्मिनल पर जांच हेतु देनी होती है और तदोपरांत इसे ‘हब’ केन्द्र को भेजा जाता है। कॉनकॉर प्रत्येक पार्टी को एक ‘डिलवरी आर्डर’ देता है ताकि वे हब सेंटर से अपना कार्गो ले सकें।
  • आयातित कार्गो के लिए हब केन्द्र पर ट्रांसशिपमेंट से संबंधित सीमाशुल्क प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद समेकन को कॉनकॉर के हब टर्मिनल पर निर्धारित गंतव्य पर भेजने हेतु एल.सी.एल. कंसाइनमेंट सौंपनी आवश्यक है। इसके बाद, कॉनकॉर कार्गो को गंतव्य स्थान पर ले जाता है और नामित आई.सी.डी. पर सीमाशुल्क परीक्षण के बाद कार्गो की डिलवरी का प्रबंध करत है। केवल गंतव्य आई.सी.डी. पर ‘बिल ऑफ एंट्री’ भरना आवश्यक है। प्रत्येक पार्टी यथा सी.एच.ए. समेककों, शिपिग लाइन आदि को आई.सी.डी. पर अपने ग्राहकों को अलग से ‘डिलवरी आर्डर’ देना होगा जो उन्हें कार्गो की डिलवरी लेते समय देना होगा।
  • कॉनकॉर सी.एच.ए., समेककों, शिपिंग लाइनओं से एल.सी.एल कार्गो स्वीकार करती है, भले ही उनके पास कार्गो की मात्रा कितनी भी हो।